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हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को करना चाहिए ये काम, वरना बुढ़ापे में भूल जाएंगे अपना भी नाम

Authored by दीप्ति गुप्ता | नवभारतटाइम्स.कॉम 13 Jun 2024, 8:00 am

Benefits of workout in dementia : वेक फॉरेस्ट यूनिवर्सिटी की एक स्टडी के अनुसार, फिजिकल एक्टिविटी आपको डिमेंशिया के खतरे से बचा सकती है। हाई बीपी वाले लोगों को ऐसा करने से बहुत फायदा होगा। हाइपरटेंशन वाले ज्‍यादातर लोगों में उम्र बढ़ने के साथ डिमेंशिया होने की संभावना रहती है। ऐसे में फिजिकल वर्कआउट उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है।

weekly workout lower the risk of dementia in hypertension people
हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को करना चाहिए ये काम, वरना बुढ़ापे में भूल जाएंगे अपना भी नाम
डिमेंशिया एक न्यूरोडीजेनेरेटिव डिजीज है। इसमें व्‍यक्ति की मेमोरी कमजोर हो जाती है। कई बार तो उसे डेली रूटीन की चीजें भी याद नहीं रहतीं। जब यह बीमारी हद से ज्‍यादा बढ़ जाए, तो व्‍यक्ति ये तक भूल जाता है कि उसने कुछ देर पहले क्‍या खाया था, किससे मिला था, कहां गया था और उसका नाम क्या है। यह एक ब्रेन से जुड़ी बीमारी है, जो समय के साथ बढ़ती जाती है।
WHO की मानें, तो विश्‍व में डिमेंशिया के मरीजों की संख्‍या 5.50 करोड़ से ज्‍यादा है। हाइपरटेंशन से जूझ रहे लोगों में इसके मामले ज्‍यादा देखे जाते हैं। अगर आपको हाई बीपी की समस्‍या है और इस बीमारी से बचना चाहते हैं, तो वर्कआउट करना शुरू कर दें। एक नए क्‍लीनिकल टेस्ट से पता चला है कि सप्‍ताह में एक बार हार्ड वर्कआउट करने से हाई ब्‍लड प्रेशर वाले लोगों में डिमेंशिया का खतरा कम हो जाता है।
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डिमेंशिया के लक्षण

डिमेंशिया के लक्षण

बातचीत करने में समस्‍या होना

समस्‍या का समाधान न ढूंढ पाना

कठिन काम करने में परेशानी होना

भ्रम और भटकाव की स्थिति पैदा होना

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क्‍या है हाइपरटेंशन और डिमेंशिया के बीच कनेक्‍शन

क्‍या है हाइपरटेंशन और डिमेंशिया के बीच कनेक्‍शन
द जर्नल ऑफ अल्‍जाइमर एसोसिएशन में पब्लिश हुई अल्‍जाइमर एंड डिमेंशिया नामक स्‍टडी में 50 वर्ष से ज्‍यादा उम्र के 9300 लोगों को शामिल किया गया था। इसमें पता चला है जिन लोगों ने हर हफ्ते वर्कआउट किया, उनमें ब्‍लड प्रेशर हाई होने के बावजूद भी डिमेंशिया का रिस्‍क बहुत कम था।
दरअसल, अनकंट्रोल्ड ब्‍लड प्रेशर ब्रेन ब्‍लड वेसल को नुकसान पहुंचाता है। इससे ब्रेन में ब्‍लड फ्लो में कमी आती है। जिससे ब्रेन सेल्‍स को ऑक्‍सीजन और वो पोषक तत्‍व नहीं मिल पाते, जिसकी उन्‍हें जरूरत होती है। इससे डिमेंशिया के विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है।
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डिमेंशिया में कौन से वर्कआउट फायदेमंद हैं

डिमेंशिया में कौन से वर्कआउट फायदेमंद हैं

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, हाइपरटेंशन वाले व्‍यक्ति को ऊपर की तरफ चढ़ना, दौड़ना, स्‍वीमिंग करना, एरोबिक डांसिंग के अलावा रस्सी कूदने जैसे एक्टिविटीज को अपने डेली रूटीन में शामिल करना चाहिए। इससे आगे चलकर डिमेंशिया की संभावना को रोकने में मदद मिल सकती है।

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बुजुर्गों हैं, तो जरूर करें वर्कआउट

बुजुर्गों हैं, तो जरूर करें वर्कआउट

स्‍टडी में फिजिकल वर्कआउट को बुजुर्गों के लिए बहुत फायदेमंद माना गया है। स्‍टडी में शामिल 60 प्रतिभागियों ने बताया कि उन्‍होंने सप्‍ताह में कम से कम एक बार एक्सरसाइज की थी। इससे 75 वर्ष और इससे ज्‍यादा उम्र के लोगों को बहुत फायदा हुआ।

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​डिमेंशिया के खतरे को कम करने के अन्‍य तरीके

​डिमेंशिया के खतरे को कम करने के अन्‍य तरीके


​वर्कआउट डिमेंशिया के खतरे को कम कर सकता है। लेकिन जीवनशैली में कुछ आदतों को अपनाना भी जरूरी है, जैसे
​वजन कम करें।
​ब्रेन को एक्टिव रखें।
​पर्याप्‍त मात्रा में विटामिन का सेवन करें।
​स्वास्थ्य पर नियंत्रण रखें।
​अच्‍छी नींद लेने और हार्ट प्रॉब्लम्स को मैनेज करके भी डिमेंशिया को रोका जा सकता है।
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​डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।


 दीप्ति गुप्ता
लेखक के बारे में
दीप्ति गुप्ता
दीप्ति गुप्‍ता पिछले 15 सालों से मीडिया इंडस्‍ट्री में हैं। शुरुआत हुई दैनिक समाचार पत्र दैनिक भास्‍कर से। यहां लाइफस्‍टाइल, हेल्‍थ, ट्रेवल, एजुकेशन जैसी खबरों के साथ करियर शुरू किया। सिटी रिपोर्टिंग में भी कई प्रभावी लेख लिखे। लेकिन पिछले 11 सालों से फ्रीलांस राइटर के तौर पर काम कर रही हैं। मौजूदा समय में ये NBT में फ्रीलांस लाइफस्‍टाइल राइटर हैं। ब्‍यूटी, ट्रेवल, हेल्‍थ, पैरेंटिंग, रिलेशनशिप, DIY जैसे विषयों पर इनकी पकड़ अच्‍छी हैं। इनका पसंदीदा विषय हेल्‍थ है। इनका उद्देश्य आसान शब्‍दों में लोगों को स्‍वास्‍थ्‍य से जुड़ी खबरें प्रदान करना और उन्‍हें स्‍वस्‍थ जीवन जीने के लिए प्रोत्‍साहित करना है। लाइफस्‍टाइल के अलावा दीप्ति को फूड, मार्केटिंग जैसे सब्‍जेक्‍ट पर लिखना पसंद है। अपने खाली समय में बेकिंग करना, म्‍यूजिक सुनना, लोगों से बातचीत करना और घूमना-फिरना इन्‍हें अच्‍छा लगता है।... और पढ़ें

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