नई दिल्ली: जून, 2013 की बात है, जब गोवा में हुई भाजपा कार्यकारिणी की बैठक हो रही थी। उस समय पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को 2014 चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाने का ऐलान कर दिया। घोषणा के कुछ देर बाद नरेंद्र मोदी ने तब ट्विटर पर लिखा, वरिष्ठ नेताओं ने मुझमें विश्वास जताया है। हम कांग्रेस मुक्त भारत निर्माण बनाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। आपके समर्थन और आशीर्वाद के लिए धन्यवाद। अपने भाषण में मोदी ने उस वक्त कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा- जो दिल्ली में बैठे हैं, उन पर दिन-रात भ्रष्टाचार के आरोप क्यों लगते है। वे करप्शन प्रूफ हो चुके हैं, उन पर कोई असर ही नहीं होता। कांग्रेस मुक्त भारत हमारा सपना होना चाहिए। इस बात को तब से अब तक 11 साल हो चुके हैं। पीएम मोदी तीसरी बार सत्ता पर काबिज होने का सपना देख रहे हैं, मगर उनका कांग्रेस मुक्त भारत का सपना इस बार अधूरा ही रह गया।2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को कितनी सीटें मिलीं
2014 के लोकसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा को 282 सीटें मिली थीं। मोदी की उस वक्त जबरदस्त लहर थी। उस आंधी में कांग्रेस 44 सीटों पर आ गई। यहां तक कि वह पहली बार लोकसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी का दर्जा भी खो बैठी। इससे पहले 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 206 सीटें जीतकर सहयोगियों के साथ सरकार बनाई थी।
2019 में मोदी का भारत कितना कांग्रेस मुक्त हो पाया
2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी ने खूब रैलियां की और पूरे चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने कांग्रेस के परिवारवाद पर जमकर निशाना साधा। इसके बाद भी भारत कांग्रेस मुक्त नहीं हो पाया। इस चुनाव में भाजपा ने बंपर जीत हासिल करते हुए 303 सीटें जीतीं। वहीं, कांग्रेस ने 2014 के चुनावों के मुकाबले इजाफा करते हुए 52 सीटें जीत लीं। इस चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने खूब मेहनत की, मगर वह ज्यादा सीटें नहीं बढ़ा पाए।
इस बार कांग्रेस 100 के पार, मोदी के नारे को नहीं मिली तवज्जो
2024 के आम चुनाव में नतीजों के जो रुझान देखने को मिल रहे हैं, उसके अनुसार, कांग्रेस इस बार 100 का आंकड़ा पार करती नजर आ रही है। पीएम मोदी ने अपनी रैलियों में फिर से कांग्रेस पर हमला बोलते हुए परिवारवाद का आरोप लगाया था। कांग्रेस पर मुस्लिम तुष्टिकरण का भी आरोप लगाया था। इसके बाद भी कांग्रेस पर मतदाताओं का भरोसा बढ़ा है। इस बार कांग्रेस 100 से ज्यादा सीटें जीत सकती है।
पीएम मोदी ने इस बार कांग्रेस पर जमकर हमला किया था
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 18 मई को उत्तर पूर्वी दिल्ली में एक जनसभा में कहा था कि मेरा कोई वारिस नहीं है। देश के 140 करोड़ देशवासी मेरे वारिस हैं। मैं आपके लिए ही दिनरात मेहनत कर रहा हूं। मेरा पल-पल आपके लिए है। जनता के सपनों के लिए मेरा जीवन कुर्बान है। पीएम ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस की 4 पीढ़ियों ने दिल्ली पर राज किया, लेकिन आज इनमें दिल्ली की 4 सीट पर लड़ने की ताकत नहीं रही। कांग्रेस वहां भी नहीं लड़ पा रही है, जहां इनका 10 जनपथ का दरबार है। कांग्रेस के शहजादे आपकी (जनता) संपत्ति की एक्सरे कराकर उसका आधा हिस्सा अपने वोट बैंक को देना चाहते हैं। ये लोग कई सालों से करते आ रहे हैं।
नहीं चला मोदी मैजिक, कांग्रेस मुक्त भारत का मोदी का सपना अधूरा रह गया
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Lok Sabha Election Result 2024 11 साल पहले जब मोदी सत्ता में आए थे, तब उन्होंने कांग्रेस मुक्त भारत की बात की थी। 2019 और 2024 के चुनाव में भी उन्होंने कांग्रेस मुक्त भारत की बातें कीं। मगर, 2014 के बाद के चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन सुधरता चला गया। मौजूदा चुनावी रुझानों में उसके 100 से ज्यादा सीटें जीतने के आसार नजर आ रहे हैं।
हाइलाइट्स
- 2014 के चुनाव में पहली बार दिया था कांग्रेस मुक्त भारत का नारा
- कांग्रेस ने चुनावी नतीजों में खो दी थी मुख्य विपक्षी दल की हैसियत
- 2019 में कांग्रेस ने सुधार किया, 2024 में डबल डिजिट में पा सकती है सीटें